सांगानेर में बेसहारा गायों के भारद्वाज बने सहारा

- गायों को औषधियुक्त लड्डू खिलाकर लंपी से बचा रहे सांगानेर के मसाला व्यापारी और गोमाता सेवार्थ ग्रुप




जस्ट टुडे
जयपुर। कई परिवारों का पालन-पोषण करने वाली गोमाता इन दिनों लंपी महामारी की मार झेल रही है। कोराना महामारी की तरह फिलहाल इसका भी कोई टीका नहीं है। ऐसे में दिन-प्रतिदिन हजारों गाय इसकी चपेट में आ रही हैं और कई काल का ग्रास बन रही हैं। जो पशुपालक इनसे अपनी जीविकोपार्जन करते थे, उन्होंने भी इस संकटकाल में गायों को बेसहारा छोड़ दिया है। तमाम कोशिशों के बाद भी सरकार के प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। ऐसे में गोमाता को बचाने फिर उनके सपूत आगे आए हैं। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लोग समूह रूप में लंपी महामारी से पीडि़त गायों की ना केवल देखभाल कर रहे हैं बल्कि आयुर्वेदिक दवा और औषधि युक्त लड्डू भी खिलाकर उन्हें निरोगी बना रहे हैं। खास बात यह है कि गोसेवा का यह समस्त कार्य जनसहयोग से ही हो रहा है। कोरोना काल में भी कई लोगों ने ऐसी ही मानवता की मिसाल पेश की थी। गोमाता की सेवा करने के लिए जनसेवक पुष्पेन्द्र भारद्वाज की पहल पर सांगानेर में भी 'गौमाता सेवार्थ' नामक ऐसा ही ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में समाजसेवी, उद्योगपति, भामाशाह, जनप्रतिनिधि और साधु-संत सहित कई गोभक्त जुड़े हुए हैं।

नि:शुल्क बांटे जा रहे हैं लड्डू

समाजसेवी घनश्याम कूलवाल ने 'गौमाता सेवार्थ' नामक ग्रुप को बनाया है। उन्होंने बताया कि इससे सांगानेर बाजार के मसाला व्यापारी भी जुड़े हुए हैं। इन सभी लोगों ने गोभक्तों से चंदा एकत्रित किया। गोमाता को बचाने के लिए अनेक गोभक्तों ने खुले हाथों से आर्थिक मदद दी है। गौमाता सेवार्थ ग्रुप में अब तक लाखों रुपए जमा हो चुके हैं। इनसे रोजाना हजारों गायों के लिए औषधियुक्त लड्डू तैयार करवाए जा रहे हैं। इन लड्डुओं को गोभक्तों की ओर से पीडि़त गायों को बांटा जा रहा है। साथ ही पशुपालकों को भी नि:शुल्क इनका वितरण किया जा रहा है।

इनसे बना रहे औषधियुक्त लड्डू

इस ग्रुप के लोगों ने बताया कि काली जीरी, मुलेठी, मजीठ, हल्दी, आंवला, सलाई पत्ते, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते और गुड़ को मिलाकर लड्डू बनाए जाते हैं। गोमाता को औषधियुक्त दो लड्डू लगातार सात दिन तक खिलाया जाता है। इसके बाद गोमाता की हालत में सुधार होता है और धीरे-धीरे बिलकुल ठीक हो जाती है। अब तक कई गाय इस तरह से निरोगी हो चुकी हैं।

इन्होंने किया आगाज, भारद्वाज ने दी रफ्तार





सांगानेर में कमल भुखमरिया, प्रतीक गुप्ता, लल्लू चौहान और मुन्ना नाटाणी सहित कई मसाला व्यापारियों ने सर्वप्रथम इस कार्य की शुरुआत की। इस कार्य के बारे में पुष्पेन्द्र भारद्वाज को भी पता चला। भारद्वाज तुरंत अपने साथी कैलाश मीना, घनश्याम कूलवाल, छोटू मीना और रोहित बागड़ा के साथ वहां गए और अपनी ओर से भरपूर मदद कर इस सेवा कार्य को लगातार जारी रखने की बात कही। इसके बाद पुष्पेन्द्र भारद्वाज ने भी इस नेक कार्य में आर्थिक मदद की और उनके आह्वान पर कई लोगों ने इस कार्य के लिए आर्थिक मदद दी।

प्रकाशदासजी महाराज ने भी किया मौका-मुआयना

सांगानेर में औषधि निर्माण स्थल का परम गौ ऋषि संत प्रकाशदासजी महाराज ने भी मौका-मुआयना किया। उन्होंने औषधि निर्माण की पूरी विधि और सामग्रियों की जानकारी ली। उन्होंने नेक कार्य के लिए सभी को धन्यवाद दिया। प्रकाशदासजी महाराज निवाई में बड़ी गोशाला की जिम्मेदारी संभालते हैं। इसके बाद इस कार्य में लगे व्यापारियों में गजब का उत्साह है।

कयाल की सेवा के भी हुए कायल

इसके अलावा समाज सेवी गोल्या भैया और व्यापारी कैलाश कयाल भी गोमाता की सेवा कर रहे हैं। इन्होंने गोमाता के घावों को ठीक करने के लिए असरकारक मरहम बनाया है। 

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