मदद को बढ़े हाथ...90 विद्यार्थियों के हुए ठाठ

- समर्पण संस्था का शिक्षा सहायता पखवाड़ा सम्पन्न, शिक्षण सामग्री पाकर खुश हुए विद्यार्थी


जस्ट टुडे
जयपुर।
समर्पण संस्था की ओर से जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद के लिए चलाया गया 'शिक्षा सहायता पखवाड़ा' सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। इसके तहत 8 कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें करीब 90 जरूरतमंद विद्यार्थियों को किताब, फीस, नोटबुक, स्कूल बैग, जूते और मौजे दिए गए। पखवाड़े 60 विद्यार्थियों को एजुकेशनल एम्बेसेडर और 30 विद्यार्थियों को संस्था की ओर से मदद की गई। संस्था की ओर से महाराष्ट्र के पद्मश्री डॉ. विजय कुमार शाह को ग्लोबल एजुकेशनल ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है, जिससे अभियान का देश-विदेश में प्रचार करे। ज्ञात हो कि संस्था की ओर से अभी तक 6 शिक्षा सहयोग कार्यक्रमों में कुल 354 निर्धन विद्यार्थियों को शिक्षा सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है। 

शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे शिक्षाविद् आर. के. आर्य ने सम्बोधन में कहा कि देश की शिक्षा का स्तर यदि ऊपर उठता है तो गरीबी का स्तर स्वत: ही नीचे चला जाता है। संस्था की ओर से जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। वहीं विशिष्ट अतिथि अपेक्स स्कूल ऑफ लॉ की डीन डॉ. अराधना परमा ने कहा कि संस्कार विहीन शिक्षा निरर्थक है। डिग्री के साथ बच्चों को संस्कार देना भी जरूरी है। 

आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास


संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ.दौलत राम माल्या ने बताया कि जब हम किसी को खाना खिलाते हैं तो वह उसके एक दिन का इंतजाम होता है और फसल उगाते हैं तो एक साल का। लेकिन, जब हम किसी को शिक्षा देते हैं तो वह उसके जीवन भर का इंतजाम होता है। इसलिए ही संस्था शिक्षा की अलख जगाकर विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है।

लैपटॉप मिला तो खिला चेहरा


एजुकेशनल ब्रांड एम्बेसडर सेवानिवृत्त आई.ए.एस. डॉ.बी.एल जाटावत ने दो जरूरतमंद निर्धन विद्यार्थी साहिबा व युवराज निदानिया की शिक्षा की जिम्मेदारी ली है। इसी तरह डॉ. ज्योति पालीवाल ने आईआईटी कर रहे अभिषेक कुमार बैरवा की फीस जमा के साथ ही एक लैपटॉप भी दिलवाया है। डॉ. दिनेश बैरवा ने एमबीबीएस कर रहे सांवरा बैरवा की जिम्मेदारी ली है और डॉ. हेमलता आकोदिया एमबीबीएस कर रही रजनी बैरवा को शिक्षा दिलाएंगे।

अब साइकिल से स्कूल जाएगी रंजीता

संस्था की ओर से राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों के जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद की जा रही है। सिंहभूमि (झारखंड) की रंजीता बारी को स्कूल जाने के लिए एक साइकिल दी गई है। इसी तरह बिहार के चौसा की प्रेरणा कुमारी, मध्यप्रदेश के नीमच की आयुषी, महाराष्ट्र के अमरावती के मोहम्मद कैफ और दिल्ली के रोहित को भी शिक्षा सहायता दी गई है। उत्तरी अमरीका के निवासी  एजुकेशनल एम्बेसडर डॉ. एम.एम गुप्ता ने भी जयपुर की निर्धन छात्रा निशित की शिक्षा की जिम्मेदारी ली है। 

Popular posts from this blog

सांगानेर में उचित मूल्य की दुकानों पर व्यवस्था नहीं उचित

विविधता में एकता... भारत की विशेषता - बेरवाल

सांगानेर से फिर एक बार पुष्पेन्द्र भारद्वाज