सांगानेर में टिकट वितरण से लोग खफा...अब दिखाएंगे असली 'वफा'

निकाय चुनाव 2020: सांगानेर के 10 वार्डों में भाजपा-कांग्रेस के टिकट वितरण से कार्यकर्ता सहित कई समाज के लोगों में आक्रोश, परिणाम भुगतने की चेतावनी

जस्ट टुडे
जयपुर। निकाय चुनाव में विरोध से बचने के लिए भाजपा-कांग्रेस ने नामांकन से थोड़ी देर पहले ही प्रत्याशियों की घोषणा की थी। ऐसे में पार्टी प्रत्याशी सहित सभी इच्छुक दावेदार नामांकन भरने में व्यस्त रहे। चूंकि, अब नामांकन का अंतिम दिन निकल चुका है। ऐसे में अब विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। सांगानेर में भी सिन्धी समाज, गुर्जर समाज, सैनी समाज, जाट समाज, ब्राह्मण समाज सहित व्यापारी भी टिकट वितरण से खफा हैं। सांगानेर अभी तक भाजपा का गढ़ रहा है, ऐसे में इन सभी समाजों की नाराजगी भी भाजपा से ज्यादा है। हालांकि, कई जगह कांग्रेस के टिकट वितरण से भी लोगों में आक्रोश है।





 कई कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने पार्टी को अपनी मेहनत से सींचा, लेकिन, फल कोई और ले गया। इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच सांगानेर के चुनावी मैदान की गणित बिलकुल बदल चुकी है। अभी तक सांगानेर में भाजपा-कांग्रेस में सीधी टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन, टिकट वितरण के बाद सांगानेर में पार्टियों के साथ ही समाजों की भी अब अहम भूमिका हो गई है। ऐसे में दोनों ही पार्टियों का गणित गड़बड़ा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो कई जगह से निर्दलीय प्रत्याशी भी बाजी मार सकते हैं। हालांकि, नाम वापसी की अंतिम तारीख 22 अक्टूबर के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी। 


पैसे देकर टिकट देने का आरोप


टिकट वितरण से नाखुश कार्यकर्ताओं ने दोनों ही पार्टियों पर रुपए लेकर टिकट देने का आरोप लगाया है। दोनों की पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 25 लाख रुपए से 40 लाख रुपए में टिकट बेचे गए हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम जैसे गरीब कार्यकर्ता मेहनत करके पार्टी को सींचते हैं और धनबली आकर हमारा हक मार ले जाते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि टिकट वितरण में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना दोनों ही पार्टियों के लिए नुकसानदेह साबित होगा। 


सामान्य सीट पर भी ओबीसी...फिर सामान्य का नम्बर कब आएगा?


सांगानेर में सिन्धी समाज और ब्राह्मण समाज में टिकट वितरण के बाद भारी आक्रोश है। इन सभी का कहना है कि दोनों ही पार्टियों ने टिकट वितरण में उनकी अनदेखी की है। इसका खमियाजा चुनाव में इन्हें भुगतना पड़ेगा। हालांकि, सांगानेर में भाजपा के टिकट वितरण का ज्यादा विरोध दिखाई दिया। सिन्धी समाज और ब्राह्मण समाज का कहना है कि वार्ड 90 सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित था। फिर भी इसमें भाजपा ने ओबीसी वर्ग को टिकट दे दिया। इन लोगों का कहना है कि हमने हमेशा भाजपा को वोट दिया है। अभी तक भाजपा ने जिस भी प्रत्याशी को खड़ा किया, खुले मन से हमने उसका साथ दिया। लेकिन, सामान्य वर्ग की सीट पर ओबीसी को टिकट देना हमारे साथ छलावा है। उन्होंने सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी से सवाल किया है कि सामान्य वर्ग का नम्बर कब आएगा? इनका कहना है कि सामान्य वर्ग की सीट पर ही सामान्य वर्ग के प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया तो फिर उसे कब टिकट मिलेगा। इन लोगों का कहना है कि हमारा समाज भाजपा से ठगा हुआ सा महसूस कर रहा है। हमारी अनदेखी भाजपा को भारी पड़ेगी। इनका कहना है कि दोनों ही समाजों में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने दिन-रात भाजपा पार्टी की सेवा की है। भाजपा को खड़ा करने के लिए पैदल-पैदल घूमे। लेकिन, उन सैकड़ों कार्यकर्ताओं को अनदेखा करके कुछ समय पूर्व पार्टी में आए लोगों को टिकट देना, भाजपा की रीति-नीति कब से हो गई? 


समाज के प्रत्याशी का करेंगे समर्थन


वहीं भाजपा के टिकट वितरण से जाट समाज, गुर्जर समाज और सैनी समाज सहित कई तबके के लोग खफा हैं। इन लोगों का कहना है कि टिकट वितरण में हम लोगों की उपेक्षा भाजपा की ओर से की गई है। चुनाव कभी अकेले नहीं जीता जाता है। इन लोगों ने चेतावनी दी कि अभी टिकट बंटे हैं, परिणाम घोषित नहीं हुआ है। सांगानेर भाजपा विधायक ने टिकट वितरण में हमारी अनदेखी की है, समय पर उन्हें इसका परिणाम भी पता चल जाएगा। इन लोगों का कहना है कि इन चुनावों में हम पार्टी को तवज्जो नहीं देंगे। अब हम अपने समाज के प्रत्याशी को वरीयता देंगे। चाहे वो किसी भी पार्टी का क्यों ना हो? चाहे वो निर्दलीय ही क्यों ना हो? 


व्यापार महासंघ, सांगानेर की पसंद की अनदेखी


व्यापार महासंघ, सांगानेर ने भी सांगानेर विधायक और मंडल अध्यक्ष पर टिकट वितरण में उनकी पसंद की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। व्यापार महासंघ, सांगानेर का कहना है कि  हमने अपनी पसंद के दो पदाधिकारियों के लिए भाजपा से टिकट मांगे थे। सांगानेर विधायक और मंडल अध्यक्ष को हमने अपनी पसंद से अवगत भी करवा दिया था और कागजी कार्रवाई भी पूरी कर दी थी। लेकिन, सांगानेर भाजपा विधायक और मंडल अध्यक्ष ने व्यापार महासंघ, सांगानेर की पसंद की अनदेखी की। सांगानेर भाजपा विधायक और मंडल अध्यक्ष ने व्यापार महासंघ, सांगानेर की वर्तमान कार्यकारिणी में तीन-चार माह पहले बने पदाधिकारी को  टिकट दे दिया और जिन लोगों ने व्यापार महासंघ, सांगानेर को सींचा उनकी अनदेखी कर दी। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। व्यापार महासंघ, सांगानेर ने जिन लोगों के लिए टिकट मांगें थे, उन लोगों को टिकट नहीं मिले। साथ ही जिन लोगों के लिए टिकट नहीं मांगें, उन्हें टिकट मिल गए। इससे साफ पता चलता है कि व्यापार महासंघ, सांगानेर के साथ कितना बड़ा छलावा किया गया है। व्यापार महासंघ, सांगानेर कई वर्षों से भाजपा पार्टी की तन, मन, धन से निस्वार्थ सेवा करता रहा है। फिर भी निकाय चुनाव में व्यापार महासंघ, सांगानेर की पसंद की अनदेखी की गई। इससे व्यापार महासंघ, सांगानेर की भावनाएं आहत हुईं हैं। इन निकाय चुनावों में सांगानेर भाजपा विधायक अशोक लाहोटी और मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा को बड़ा खमियाजा भुगतना पड़ेगा। 


Popular posts from this blog

सांगानेर में उचित मूल्य की दुकानों पर व्यवस्था नहीं उचित

विविधता में एकता... भारत की विशेषता - बेरवाल

सांगानेर से फिर एक बार पुष्पेन्द्र भारद्वाज