अब देश में बढ़ रहा 'मेक इन इण्डिया'
- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बोले, आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है भारत
- महामारी काल में राज्य सरकार बीपीएल, एनएफएसए के अन्तर्गत दिया जाने वाला राशन निःशुल्क देने की मांग
जस्ट टुडे
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि 12 मई, 2020 को घोषित ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजनरी आइडिया है, जिसके अन्तर्गत 20 लाख करोड़ से अधिक की आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई। वहीं Vocal for Local andmake it Global के अन्तर्गत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिये जाने का आह्नान किया, जिससे स्थानीय उद्यमियों को लाभ मिले और भारत आत्मनिर्भर बने।
पूनिया ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें पीपीई किट सहित तमाम उत्पादों का यहाँ निर्माण होने लगा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी संकट से लड़ने के लिए MSME उद्योगों के कल्याण के लिए 16 योजनाएं लागू की गई। जिसके अन्तर्गत लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के करोड़ों रूपये के ऋण स्वीकृत किये गये और 50 हजार करोड़ का Funds of funds बनाया। जिसमें राजस्थान के 1,54,492 खातों के लिए 3,962 करोड़ के ऋण स्वीकृत किये गये हैं।
मोदी सरकार के गिनाए काज
डाॅ. पूनियां ने बताया कि कोरोना संक्रमण में गाँव, गरीब और किसान की मदद हेतु 1.70 लाख करोड़ की घोषणा, किसान सम्मान निधि योजना में अग्रिम किश्त किसानों के खाते में जमा की गई, जिसमें राजस्थान में 60 लाख 89 हजार 626 किसानों को 1200 करोड़ रूपये की राशि दी गई। वहीं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत 65,027 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध करवाई।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. पूनियां ने कहा कि इसी प्रकार जन-धन खाता धारकों के खाते में 500/- रूपये की 3 किश्तें, वहीं उज्जवला योजना के तहत 8 करोड़ से अधिक महिलाओं को 3 गैस सिलेण्डर मुफ्त दिए गए एवं अगले 3 माह भी मुफ्त सिलेण्डर उपलब्ध करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि दिव्यांग, विधवा व बुजुर्गों को 1,000/- रूपये की आर्थिक सहायता से 3 करोड़ लोगों को लाभ प्राप्त हुआ, जिसमें कुल 39.89 करोड़ लाभार्थियों को 64,500 करोड़ रूपये की सहायता प्रदान की गई, जिसमें राजस्थान में उज्जवला योजना के तहत 3 महीने में 652.77 करोड़ एवं वृद्धावस्था, दिव्यांग, विधवा पेंशन में 4685 करोड़ रूपये की सहायता प्रदान की गई।
प्रवासी मजदूरों और गरीबों को मिलेगा लाभ
डाॅ. पूनिया ने कहा कि ‘‘वन नेशन-वन राशन’’ भारत की खाद्यान्न एवं आपूर्ति सिस्टम में आमूलचूल परिवर्तन लाएगी, जिससे प्रवासी मजदूरों एवं गरीबों को लाभ प्राप्त होगा, वो कहीं भी रोजगार करें उन्हें उनके राशन कार्ड पर राशन मिलता रहेगा। डाॅ. पूनियां ने कहा कि मनरेगा में 40 हजार करोड़ की अतिरिक्त राशि दी गई। साथ ही, गरीब कल्याण रोजगार योजना में 6 राज्यों के 116 जिलों में 125 दिनों तक रोजगार दिया जायेगा, जिसमें राजस्थान के 22 जिले भी शामिल है। इसके अन्तर्गत 50 हजार करोड़ रूपये के सार्वजनिक कार्य कराए जाएंगे।
राज्य सरकार नि:शुल्क दे गेहूं
डाॅ. पूनियां ने राज्य सरकार से मांग की है कि केन्द्र सरकार द्वारा गरीब जनता, जरूरतमंदों एवं प्रवासियों को निःशुल्क अनाज उपलब्ध करवा रही है, वहीं राज्य सरकार बीपीएल, एनएफएसए के अन्तर्गत दिये जाने वाले राशन का 1 रूपये किलो, 2 रूपये किलो से पैसा वसूल रही है। इस महामारी काल में राज्य सरकार से आग्रह है कि जनता से प्रति किलो लिया जाने वाला पैसा ना लिया जाये, जिससे की राजस्थान की जनता को इस कोरोना महामारी में राहत मिल सके।