इस बार वाटिका... 40 लोगों के लिए सैम्पल
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जस्ट टुडे
जयपुर। सांगानेर के कागजी मोहल्ले से बाहर भी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद चिकित्सा विभाग की टीम सतर्क हो गई है। खोखावास के कल्याण नगर थर्ड में तो चिकित्सा टीम ने सर्वे का कार्य रविवार से शुरू कर ही दिया है। साथ ही एहतियातन टोंक रोड स्थित वाटिका में भी स्वास्थ्य वॉरियर्स सक्रिय हो गए हैं। चिकित्सा विभाग की टीम कोरोना संकट में किसी भी प्रकार का कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। ऐसे में जब जयपुर रेड जोन में शामिल है तो चिकित्सा टीम संभावित संक्रमित क्षेत्रों में भी लोगों की नब्ज टटोलती नजर आ रही है।
रैण्डम सैम्पल लिए
प्रतीकात्मक फोटो
ब्लॉक सीएमओ, सांगानेर धनेश्वर शर्मा के मुताबिक टोंक रोड स्थित वाटिका गांव में भी चिकित्सा विभाग की टीम ने करीब 40 लोगों के गले के स्वाब के रैण्डम सैम्पल लिए। इन सभी को जांच के लिए भेजा गया है। रैण्डम सैम्पलिंग के जरिए अधिक क्षेत्रों के ज्यादा से ज्यादा लोग कवर हो जाते हैं। ऐसे में कम सैम्पल के जरिए कोरोना संक्रमण की संभावित जगहों का पता लगने में आसानी रहती है।
कोरोना का पता चलता है 100 फीसदी
कोरोना की जांच के लिए स्वाब टेस्ट को ही सबसे बेहतर माना जाता है। क्योंकि, इसमें परिणाम 100 फीसदी मिलता है। स्वाब के जरिए गले के अंदर से सैम्पल लेकर टेस्ट किया जाता है। इस सैम्पल को लैबोरेटरी में भेजा जाता है और इसके बाद सही रिजल्ट मिल जाता है कि कोरोना है या नहीं?