सांगानेर में यह 'आधी आबादी' कोरोना पर पड़ रही भारी
महिला एवं बाल विकास विभाग और चिकित्सा विभाग की टीम मिलकर सांगानेर में लोगों से सेहत की ले रहीं जानकारी
जस्ट टुडे
सांगानेर। कोरोना महामारी के इस दौर में सभी लोग स्वयं को सुरक्षित रखते हुए घरों में हैं। ऐसे में कोरोना वॉरियर्स सभी लोगों को बचाने के लिए खुद की जान जोखिम में डालकर दिन-रात कार्य कर रहे हैं। खास बात यह है कि इन कोरोना वॉरियर्स में नारी शक्ति भी अग्रणी मोर्चे पर रहकर युद्ध की कमान संभाल रही हैं। भले ही समाज में इन्हें आधी आबादी का दर्जा दे रखा हो, लेकिन, यह कार्य पूरी आबादी को बचाने का कर रही हैं। सांगानेर में भी ऐसी नारी शक्ति घर-घर जाकर लोगों की सेहत की जानकारी लेकर उन्हें तंदुरुस्त रहने के गुर बता रही हैं।
घर-घर जाकर यह ले रहीं जानकारियां
ग्रामीण महिला एवं बाल विकास विभाग में महिला पर्यवेक्षक के पद पर कार्य कर रहीं रचना लुहाडिय़ा ने बताया कि कोरोना संकट में वे चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर कार्य कर रही हैं। वे चिकित्सा टीम के साथ सांगानेर के प्रत्येक घर-घर जाकर सभी सदस्यों की पूरी जानकारी ले रही हैं। इन जानकारियों में परिवार के किसी सदस्य को सर्दी, खांसी, जुकाम या फिर बुखार के बारे में पूछा जाता है। किसी सदस्य के बाहर से आने के बारे में पूछा जा रहा है। घर में कोई बीमार बुजुर्ग हो, उसकी जानकारी ली जा रही है।
प्रत्येक टीम में 5-10 महिलाएं
आंगनबाड़ी की प्रमुख कार्यकर्ता नवरत्न छीपा ने बताया कि इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीम के साथ बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं। हमारी टीम के साथ पांच से दस महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इसमें सांगानेर सीएचसी की नर्सिंग महिलाएं और आंगनबाड़ी की प्रत्येक महिला सांगानेर के प्रत्येक घर में जाकर समस्त जानकारियां ले रही हैं।
ये हैं कोरोना वॉरियर्स
कोरोना वॉरियर्स की एक टीम को कम से कम पचास लोगों की सम्पूर्ण जानकारी लेनी होती है। इन कोरोना वॉरियर्स में सुशीला, विजय, अनुराधा, निर्मला, भगवती, किरण हैं। साथ ही आशा सहयोगिनी भी अपनी पूरी भागीदारी निभा रही हैं। इन वॉरियर्स का कहना है कि इस गंभीर बीमारी में यह सेवा करने को हमें मिली, यह हमारा सौभाग्य है।